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Ujjain: अगले साल बाबा महाकाल की 6 नही, 10 सवारी निकलेगी, जाने क्या है वजह?

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Aug 9, 2022

उज्जैन: अगले साल यानी 2023 में उज्जैन में भगवान महाकाल की सावन महीने 10 सवारी निकाली जाएंगी। ऐसा अधिक मास के कारण होगा। भादो के महीने के साथ अधिक मास भी लग रहा है, इस कारण सवारियों की संख्या बढ़ जाएगी। इसमें अधिक मास की चार, सावन की चार और भादो की दो सवारियां शामिल हैं। 19 साल बाद ये संयोग बन रहा है। अमूमन हर साल सावन के महीने भगवान महाकाल की चार सवारियां निकाली जाती हैं। इसके अलावा दो सवारी भादो महीने को मिलाकर 6 सवारी निकलती हैं। 8 अगस्त को सावन के आखिरी सोमवार भगवान महाकाल की शाही सवारी निकली। अब भादो की दो सवारियां निकाली जाएंगी।

यह होगा सवारी का क्रम
अगले साल उज्जैन के अन्य महादेव मंदिरों के स्वरूप को भी छठी सवारी के बाद सिलसिलेवार तरीके से शामिल किया जाएगा। बाकी क्रम यथावत रहेगा। पहली सवारी 10 जुलाई, दूसरी 17 जुलाई, तीसरी 24 जुलाई, चौथी 31 जुलाई, पांचवीं 7 अगस्त, छठी 14 अगस्त, सातवीं 21 अगस्त, आठवीं 28 अगस्त, नौवीं 4 सितंबर, दसवीं और अंतिम शाही सवारी 11 सितंबर को निकाली जाएगी।

भादौ की दो अतिरीक्त सवारी
महाकाल मंदिर का जीर्णोद्धार होलकर परिवार ने कराया था। यहां सिंधिया स्टेट द्वारा परंपरा निर्वहन होता है। दक्षिणी और महाराष्ट्रीयन परिवार के लोग अमावस्या से अमावस्या तक श्रावण को मानते हैं। इसी के चलते भादों के महीने में दो सोमवार भी सावन में ही गिने जाते हैं।

कल निकली सावन मास की आखिरी सवारी
सावन के आखिरी सोमवार को उज्जैन में बाबा महाकाल की शाही सवारी निकाली गई। पालकी में सवार होकर बाबा महाकाल ने चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में बाबा महाकाल प्रजा के बीच पहुंचे और हाल जाना। सावन माह के आखिरी सोमवार पर आखिरी सवारी निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त बाबा की सवारी में उमड़े और दर्शन किए। सोमवार होने की वजह से सुबह भस्म आरती से लेकर भोग आरती तक महाकाल धाम में भक्तों का सैलाब उमड़ा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा महाकाल का जलाभिषेक और पूजन अर्चन करने पहुंचे। आज सावन माह की आखिरी सवारी निकाली गई, अब भादो माह में बाबा महाकाल की दो सवारियां निकलेंगी। पहली सवारी 15 अगस्त और दूसरी सवारी 22 अगस्त को निकलेगी।