May 7, 2025
Operation Sindoor Updates: भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर चलाया, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए। भारतीय सेना की तीनों शाखाओं ने मिलकर देर रात पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। इस स्थान पर लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन के 900 आतंकवादियों को निशाना बनाया गया था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना ने कहा कि भारतीय सेना के पास लक्ष्य के बारे में विश्वसनीय जानकारी थी, जिसके आधार पर ऑपरेशन शुरू किया गया। इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि इस ऑपरेशन में आम नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचे। केवल आतंकवादी संगठनों को ही निशाना बनाया गया है।
नागरिकों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर पर प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि ऑपरेशन सिंदूर देर रात 1.05 से 1.30 बजे तक चलाया गया। मात्र 25 मिनट में 9 आतंकवादी शिविर नष्ट कर दिए गए। ये लक्ष्य विश्वसनीय जानकारी के आधार पर निर्धारित किए गये थे। यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान रखा गया कि निर्दोष नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचे। यदि पाकिस्तान कोई कार्रवाई करेगा तो उसका कड़ा जवाब दिया जाएगा।

ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम हमले का बदला
कर्नल सोफिया ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर उन निर्दोष नागरिकों और उनके परिवारों को न्याय दिलाने के लिए चलाया गया था जो पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किए गए क्रूर हमले के शिकार हुए थे। जिसमें 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। जो पूरी तरह से नष्ट हो चुके हैं। पाकिस्तान में तीन दशकों से आतंकवादी नेटवर्क बन रहा है। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकवादी भर्ती केंद्रों, प्रशिक्षण क्षेत्रों और लॉन्च पैडों को नष्ट कर दिया गया।

आतंकवादी शिविर को नष्ट कर दिया गया
मुजफ्फराबाद में सईद का बिलाल कैंप नष्ट कर दिया गया है। जो जैश-ए-मोहम्मद का अड्डा था। जो हथियारों, विस्फोटकों और जंगल में जीवित रहने के प्रशिक्षण का केंद्र था। LoC से 30 किलोमीटर दूर स्थित लश्कर-ए-तैयबा का कोटली स्थित गुलपुर शिविर भी नष्ट कर दिया गया है। यह शिविर जम्मू-कश्मीर के राजौरी और पुंछ में सक्रिय था। इस कैंप में 20 अप्रैल 2023 और 9 अप्रैल 2024 को पुंछ में तीर्थयात्रियों की बसों पर हमले के लिए आतंकियों को प्रशिक्षित किया गया था।
LoC से 9 किलोमीटर दूर बरनाला कैंप भीमबार को भी उड़ा दिया गया है। बरनाला कैम्प हथियार संचालन, आईईडी और जंगल में जीवित रहने का प्रशिक्षण केंद्र था। कोटली स्थित अब्बास कैंप में फिदायीन लोगों को आत्मघाती हमलों का प्रशिक्षण दिया जाता था।

आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर को खाली कराया गया
पाकिस्तान के अंदर आतंकवादियों को प्रशिक्षण देने वाले सियालकोट आतंकी शिविर को खाली करा दिया गया है। जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से 6 किलोमीटर दूर है। मार्च 2025 में जम्मू-कश्मीर के चार सैनिकों की हत्या में शामिल आतंकवादियों को यहीं प्रशिक्षित किया गया था। महमून जोया सियालकोट हिज्बुल मुजाहिद्दीन का एक बड़ा शिविर भी नष्ट कर दिया गया है। जो जम्मू के कठुआ में आतंकवाद फैलाने का केंद्र था। मुरीदके में मरकज-ए-तैयबा के आतंकवादी शिविर को भी उड़ा दिया गया। जहां अजमल कसाब और डेविड हेडली को प्रशिक्षण दिया गया था। यह शिविर अंतर्राष्ट्रीय सीमा से 18 से 25 किमी दूर है।
पाकिस्तानी सेना पर कोई हमला नहीं
कर्नल सोफिया कुरैशी ने स्पष्ट किया कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में किसी सैन्य चौकी पर हमला नहीं किया है और न ही किसी नागरिक को कोई नुकसान पहुंचा। जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय मरकज सुभान अल्लाह कैंप भी नष्ट कर दिया गया है। जहां आतंकवादियों की भर्ती और प्रशिक्षण किया जाता था।
LoC पर संघर्ष विराम का उल्लंघन
भारत के हवाई हमले के बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। भारतीय सेना भी इसका मुंहतोड़ जवाब दे रही है। नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान द्वारा मनमाने ढंग से की गई भारी गोलाबारी में 10 भारतीयों की मौत हो गई और 33 घायल हो गए हैं।