Jun 30, 2025
इंदौर की जल क्रांति: देश का पहला वेटलैंड सिटी बना, पीएम मोदी से प्रेरित
इंदौर ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है, देश का पहला वेटलैंड सिटी बनकर जल संरक्षण में मिसाल कायम की है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस उपलब्धि के लिए इंदौरवासियों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात मॉडल को प्रेरणा बताया। जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत मध्यप्रदेश ने 90 दिनों में लाखों जल संरचनाओं का निर्माण किया, जिसमें खंडवा जिला अव्वल रहा। यह अभियान जल संरक्षण को जन-आंदोलन में बदल रहा है।
जल संरक्षण में इंदौर की मिसाल:
इंदौर, जो पहले ही स्वच्छता में नंबर वन है, अब जल संरक्षण में भी देश का नेतृत्व कर रहा है। शहर को 2025 में भारत का पहला वेटलैंड सिटी घोषित किया गया, जो रामसर सम्मेलन की वैश्विक सूची में शामिल है। सीएम मोहन यादव ने बताया कि पीएम मोदी के गुजरात में चलाए जल संरक्षण अभियान से प्रेरित होकर मध्यप्रदेश ने ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ शुरू किया। इसरो और एमपीएसईडीसी के साथ मिलकर विकसित सिप्री और प्लानर सॉफ्टवेयर की मदद से जल संरचनाओं की सटीक योजना बनाई गई।
90 दिनों का जल उत्सव:
30 मार्च से शुरू हुए इस अभियान में खंडवा ने 1.29 लाख जल संरचनाएं बनाकर भू-जल भंडारण में पहला स्थान हासिल किया। प्रदेश में 2000 से अधिक बावड़ियों का जीर्णोद्धार हुआ, जिसमें भोपाल की बड़ी बावड़ी और अहिल्याबाई होलकर की बावड़ी शामिल हैं। 2.30 लाख जल दूतों और 812 पानी चौपालों ने जन-जागरूकता को बढ़ाया।
भविष्य की राह:
मध्यप्रदेश ने री-यूज, रीड्यूस, और री-साइकल की रणनीति अपनाकर जल प्रबंधन को नई दिशा दी है। 267 नदियों के उद्गम स्थलों की सफाई और पौधरोपण से प्रकृति संरक्षण को बल मिला। सीएम यादव ने इसे सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा बताते हुए कहा कि यह अभियान भविष्य की पीढ़ियों के लिए जल सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।