Apr 13, 2025
"Alert!" "फर्जी चालान लिंक से हो सकती है आपकी सेविंग्स गायब, जानिए कैसे करें बचाव"
डिजिटल डेस्क – अगर आपके फोन पर ट्रैफिक चालान का मैसेज आए और उसमें किसी लिंक पर क्लिक करने को कहा जाए, तो सावधान हो जाएं। साइबर ठगों ने अब लोगों को ठगने के लिए ट्रैफिक पुलिस के नाम पर फर्जी ई-चालान भेजने का नया तरीका अपना लिया है। मैसेज में एक लिंक दी जाती है, जिस पर क्लिक करते ही एक नकली वेबसाइट खुलती है। यहां आपसे चालान भरने के नाम पर बैंक डिटेल्स मांगी जाती हैं। जैसे ही आप जानकारी दर्ज करते हैं, कुछ ही मिनटों में बैंक खाता खाली हो जाता है।
कैसे पहचानें फर्जी ई-चालान?
असली चालान में कभी भी shortened लिंक (bit.ly, tinyurl आदि) नहीं होते
हमेशा सरकारी वेबसाइट जैसे echallan.parivahan.gov.in पर जाकर चेक करें
SMS में आए चालान नंबर और गाड़ी नंबर को क्रॉस चेक करें
ट्रैफिक पुलिस कभी भी व्हाट्सएप या पर्सनल मैसेज से चालान नहीं भेजती
क्या करें अगर फर्जी चालान का शिकार हो जाएं?
तुरंत अपने बैंक को सूचना दें और कार्ड/नेटबैंकिंग ब्लॉक करें
साइबर क्राइम पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें
नजदीकी साइबर थाना या पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करें
बचाव ही सुरक्षा है!
भरोसेमंद लिंक पर ही क्लिक करें, किसी भी संदिग्ध ई-चालान पर सोच-समझकर कार्रवाई करें। आपकी सतर्कता ही आपके पैसे बचा सकती है।अगर आपके फोन पर ट्रैफिक चालान का मैसेज आए और उसमें किसी लिंक पर क्लिक करने को कहा जाए, तो सावधान हो जाएं। साइबर ठगों ने अब लोगों को ठगने के लिए ट्रैफिक पुलिस के नाम पर फर्जी ई-चालान भेजने का नया तरीका अपना लिया है।मैसेज में एक लिंक दी जाती है, जिस पर क्लिक करते ही एक नकली वेबसाइट खुलती है। यहां आपसे चालान भरने के नाम पर बैंक डिटेल्स मांगी जाती हैं। जैसे ही आप जानकारी दर्ज करते हैं, कुछ ही मिनटों में बैंक खाता खाली हो जाता है।