Apr 29, 2025
पहलगाम हमले के बाद से ही सरकार का रूख साफ है। इसी बीच कश्मीर घाटी में प्रशासन ने 87 में से 48 पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया है। कश्मीर के उमर सरकार ने सुरक्षा एंजेसियों के कहने पर एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया है। ताकि संभावित खतरे को टाला जा सके। जिसके बाद से कश्मीर का पर्यटन बिलकुल सुना हो चुका है।
क्या सरकार कर रही कोई बड़ी प्लानिंग
पहलगाम में 26 निर्देष हिंदू भारतीयों की हत्या के बाद से मोदी सरकार एक्शन मोड़ में है। सरकार ने सिंधु जल समझौता रद्द कर दिया है। भारत से पाकिस्तानियों को निकलने के लिए अल्टीमेटम जारी कर दिया है। लेकिन अभी भी सरकार किसी बड़ी कार्रवाई की योजना बना रही है। जिसका जिक्र पीएम मोदी ने रविवार को अपने मन की बात कार्यक्रम में किया था। पीएम ने मन की बात कार्यक्रम में एक बार फिर से आतंकियों और आतंक के आकाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई ने का भरोसा दिलाया था। इस का साफ मतलब है कि पीएम अभी तक जो एक्शन लिए गए है। उसे कार्रवाई नहीं मान रहें हैं।
पर्यटन को बढ़ावा देने की जगह क्यो बंद किए जा रहें पर्यटन स्थल, एक बड़ा सवाल
कश्मीर घाटी जहां की अर्थव्यवस्था का 8 प्रतिशत पर्यटन से आता है। वहां पर सरकार का पर्यटन स्थलों को बंद करना अपने आप में संकेत है कि कश्मीर में सरकार कुछ बड़ा करने जा रही है। क्योंकि इतनी बड़ी त्रासदी के बाद सरकार पर्यटन को बढ़वा देने की जगह उन्हें बंदकर रही है। ताकि सरकार को अपनी योजना के क्रियांवयन के लिए वक्त मिल सके।
22 अप्रैल को गई थी 26 हिंदूओं की जान
22 अप्रैल को पहलगाम घूमने गए सैलानियों पर आतंकियों ने हमला कर दिया । आतंकियों ने इस हमले में धर्म पुछकर भारतीय हिंदु पुरूषों को गोली मारी थी। जिसके बाद से ही देश में दुख और आक्रोश का माहौल है। देश इन अतंकियों पर बालकोट और पुलवामा जैसे जवाब की उम्मीद मोदी सरकार से कर रहा है।