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खरगोन: शासकीय कन्या शाला में कीड़े वाली दाल परोसने का मामला, भूखी छात्राओं का पैदल मार्च, अधीक्षिका निलंबित

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Jul 14, 2025

खरगोन: शासकीय कन्या शाला में कीड़े वाली दाल परोसने का मामला, भूखी छात्राओं का पैदल मार्च, अधीक्षिका निलंबित

मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में शासकीय कन्या शाला के छात्रावास में छात्राओं को कीड़े लगी दाल परोसे जाने का गंभीर मामला सामने आया है। झिरन्या तहसील के आभापुरी स्थित इस छात्रावास में चार दिनों तक लगातार खराब भोजन दिए जाने से नाराज छात्राओं ने भोजन का बहिष्कार कर दिया और भूखे पेट कलेक्टर कार्यालय तक पैदल मार्च निकाला।

छात्राओं की शिकायत: चार दिन से कीड़े वाली दाल छात्राओं ने बताया कि उन्हें लगातार चार दिनों तक कीड़े लगी दाल परोसी जा रही थी। इससे परेशान होकर उन्होंने खाना-पीना छोड़ दिया और हॉस्टल अधीक्षिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। छात्राओं ने चेतावनी दी कि अगर अधीक्षिका को नहीं हटाया गया तो वे छात्रावास छोड़कर चले जाएंगी।

पैदल मार्च और त्वरित कार्रवाई भूखी और नाराज छात्राएं कलेक्टर कार्यालय की ओर पैदल मार्च पर निकल पड़ीं। रास्ते में भीकनगांव के SDM ने उन्हें रोका और तत्काल कार्रवाई करते हुए छात्रावास अधीक्षिका संगीता जायसवाल को निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई से छात्राओं को कुछ राहत मिली, लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं हुआ।

पालकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की मांग: सप्लाई सिस्टम की जांच छात्राओं के पालकों ने आरोप लगाया कि छात्रावास में लंबे समय से खराब भोजन परोसा जा रहा है, जिससे कई बच्चियां बीमार पड़ चुकी हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि केवल अधीक्षिका पर कार्रवाई पर्याप्त नहीं है। रसोइये, सप्लायर और पूरे सप्लाई सिस्टम की गहन जांच होनी चाहिए।

जिले के अन्य छात्रावासों की भी चिंताजनक स्थिति सूत्रों के अनुसार, खरगोन जिले के कई अन्य छात्रावासों में भी ऐसी ही लापरवाही बरती जा रही है। वर्षों से जमे सप्लायर्स और कर्मचारियों की मिलीभगत से बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। इस मामले ने शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के दावों पर सवाल खड़े किए हैं।

सख्त कार्रवाई की मांग यह मामला सरकारी तंत्र की लापरवाही को उजागर करता है। सामाजिक कार्यकर्ताओं और पालकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि पूरे सप्लाई सिस्टम की पारदर्शी जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। साथ ही, छात्रावासों में पौष्टिक और गुणवत्तापूर्ण भोजन सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।

 

Report By:
Monika