Apr 15, 2025
हरिद्वार यूनिवर्सिटी का वार्षिक उत्सव बना रणभूमि, छात्रों और प्रबंधन के बीच जमकर चले लात-घूंसे
हरिद्वार: एक ओर जहां यूनिवर्सिटीज़ के वार्षिक उत्सवों को छात्रों की प्रतिभा और उपलब्धियों का मंच माना जाता है, वहीं हरिद्वार यूनिवर्सिटी का ये फेस्टिवल एक बड़े हंगामे और हिंसा का गवाह बन गया। यूनिवर्सिटी परिसर उस वक्त रणभूमि में तब्दील हो गया, जब छात्र और यूनिवर्सिटी प्रबंधन आपस में भिड़ गए। शुरुआत मामूली बहस से हुई, लेकिन धीरे-धीरे माहौल इतना गर्म हो गया कि वहां लात-घूंसे, जूते-चप्पल तक चलने लगे।
वार्षिक उत्सव को बीच में किया बंद
घटना के दौरान यूनिवर्सिटी के प्रमुख लोगों पर भी हमला हुआ। बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी के स्वामी सतेंद्र कुमार गुप्ता, उनके पुत्र नमन बंसल और कुलपति सुमित कुमार तक को छात्रों ने नहीं बख्शा । तीनों को सार्वजनिक रूप से मंच पर पीटा गया। स्थिति बिगड़ती देख यूनिवर्सिटी प्रबंधन को तुरंत वार्षिक उत्सव को बीच में ही बंद करना पड़ा।
16 छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से इस पूरे मामले में सख्त रुख अपनाते हुए कलियर पुलिस थाने में 16 छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। वहीं इस मारपीट की घटना में लगभग आधा दर्जन छात्र घायल भी हुए हैं, जिनका इलाज नज़दीकी अस्पताल में कराया जा रहा है।
विवाद की असली वजह क्या ?
हालांकि, अब तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि विवाद की असली वजह क्या थी। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि छात्रों ने अपनी शिकायतें और मांगें उठाई थीं, जिन्हें मंच पर नज़रअंदाज किया गया। इसी बात को लेकर नाराज छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा और पूरा कार्यक्रम बवाल में तब्दील हो गया।