Dec 6, 2022
शिक्षक राष्ट्रनिर्माता होता है अगर वही राष्ट्रनिर्माता सड़क पर उतर कर मजदूरी करने के लिए विवश हो जाय तो सरकार के लिए इससे ज्यादा शर्म की क्या बात है जी बात कर रहे सागर शहर की एन एच 86 को सागर शहर में जुड़ने वाली सड़क की जिसकी लंबाई मात्र 6 किलोमीटर की है सागर से गढ़पहरा रोड जो विगत कई वर्षों से छतिग्रस्त है और जिसकी मरम्मत के लिए करोड़ो रूपये भी खर्च किया जा चुके लेकिन आज दिनांक तक इस सड़क गड्डों के अलावा कुछ भी नही दिखता इस सड़क पर दिन भर कई गांवों के लोगों का आना जाना होता है तो इसी सड़क पर से यात्री बसों का भी निकला होता है गढ़पहरा रोड पर भी सागर जिले की सबसे बड़ी स्कूल है जो महार रेजीमेंट के नाम से है जब इस सड़क की कोई भी ना प्रदेश सरकार और ना ही जिला प्रशासन सुध नहीं ले रहा तो इस सड़क को चलने लायक के लिए इस महार रेजीमेंट के टीचरों ने बीड़ा उठाया और खुद के रुपयों से इस सड़क के गड्ढ़ों का काम स्वंय ही करने लगे ऐसा नही है की इस सड़क के लिए चाहे महार रेजीमेंट स्कूल प्रबंधन हो या इस सड़क किनारे जितने भी ग्रामीण इलाके हों सभी ने जिला प्रशासन से लेकर प्रदेश सरकार से शिकायत की जब इस जर्जर सड़क की शिकायत लेकर स्कूल प्रबंधन जिला कलेक्टर के पास गय तो स्कूल प्रबंधन को कलेक्टर दीपक आर्य ने आश्वासन दिया कि नवंबर माह में ठीक कर दिया जायेगा पर नवंबर माह गुजर जाने के बाद भी कुछ होता नही देख तो खुद महार रेजिमेंट के महिला पुरूष टीचरों ने अपने हाथ मे गेती फावड़ा उठा कर इस सड़क पर श्रमदान करने लगे क्योंकि इन टीचरों को अपने स्कूल में पड़ने वाले बच्चों की चिंता लगी रहती है सड़क खराब होने के कारण 10 मिनिट के रास्ता तय करने के काफी समय लग जाता है हद तो तब हो गई जब स्कूल प्रबंधन और आमजनों ने लगातार 181 पर इस सड़क की शिकायत की तो 181 पर से जवाब आया कि आपकी ये सड़क 6 लाइन की बन कर तैयार हो गई है महार रेजीमेंट के टीचर दीपक चौहान से पूछा की आप क्यो ये मजदूरी कर रहे हैं तो उन्होंने सरकार की चुटकी लेकर कहा कि हम सभी लोग अदृश्य 6 लाइन की साइडों के गड्ढे भरने का काम कर रहे हैं ये ही हाल पूरे सागर जिले के है जांह जांह फ़ॉर लाइन से शहर की ओर जुड़ने वाली सड़को यही खस्ताहाल है तो पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रदेश की सड़कों की वाह वाही लूट रहें हैं तो उन्ही के ग्रह जिले में फोर लेन से शहर की जुड़ने वाली चारों दिशाओं सड़के जर्जर हालत में है देखना होगा की महार रेजीमेंट स्कूल के टीचर इस सड़क के गड्ढे कब तक भर पाते हैं कहते एक शिक्षक जो सभी को ज्ञान देने के अलावा सभी वर्ग विशेष की भी सोचता है तो अब प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन कब चेतेगा