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फिल्मी दोस्ती भी शर्माए ! हिंदू-मुस्लिम दोस्तों ने एक साथ निकाली अपनी बारात, पेश की भाईचारे की मिसाल

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Apr 27, 2025

फिल्मी दोस्ती भी शर्माए ! हिंदू-मुस्लिम दोस्तों ने एक साथ निकाली अपनी बारात, पेश की भाईचारे की मिसाल

नीमच, मध्यप्रदेश।

फिल्मों में जो दोस्ती देखी जाती है, वो भी नीमच के इन दो दोस्तों के सामने फीकी पड़ गई। हिंदू आनंद नायक और मुस्लिम जायद खान ने न सिर्फ बचपन से गहरी दोस्ती निभाई, बल्कि अपनी शादी के दिन भी ऐसी मिसाल कायम की जो पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है। दोनों एक साथ बैंड़ बाजे के साथ  घोड़ी चढ़े, बारात निकली  और गाजे बाजे के साथ अपनी मंजिल के लिए निकल गए ।

दोनों एक साथ बैंड़ बाजे के साथ  घोड़ी चढ़े
दोनों एक साथ बैंड़ बाजे के साथ घोड़ी चढ़े

एक घोड़ी नहीं, दो घोड़ी... लेकिन दिल एक साथ!

नीमच जिले के जीरन थाना क्षेत्र के कुचडोद गांव में आनंद नायक और जायद खान की दोस्ती बचपन से ही मिसाल रही है। जब 19 अप्रैल को दोनों की शादी तय हुई, तो इन्होंने तय किया कि जैसे हर खुशी साथ मनाई है, वैसे ही शादी का जश्न भी साझा होगा।

दोनों दोस्तों ने एक साथ अपने-अपने घरों से घोड़ी पर चढ़कर बारात निकाली। बैंड-बाजे बजे, डीजे पर दोनों परिवारों ने नाचा और पूरा गांव इस ऐतिहासिक पल का गवाह बना।

गांव में गूंजा सामाजिक सौहार्द का गीत

भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष गोविंद वाल्मीकि ने जानकारी दी कि आनंद नायक और जायद खान ने अपने-अपने धर्म के रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह संपन्न किया, लेकिन पूरे आयोजन में दोस्ती, प्यार और भाईचारे की खूशबू हर ओर फैली रही।

बिंदोरी (बारात) के दौरान दोनों समुदायों के लोगों ने एक साथ नाचते-गाते यह साबित कर दिया कि जब दिल मिलते हैं तो धर्म की दीवारें मायने नहीं रखतीं।

क्यों है यह मिसाल खास?

हिंदू-मुस्लिम दोस्ती का शानदार उदाहरण।

सामाजिक सौहार्द और भाईचारे का संदेश।

पूरे गांव ने बिना किसी विवाद के इस जश्न को अपनाया।

एक नई पीढ़ी को साथ चलने और मिलकर जश्न मनाने की प्रेरणा मिली।

"सिर्फ खून का रिश्ता नहीं, दिल का रिश्ता भी बड़ी चीज होता है।"

आनंद और जायद की दोस्ती ने इस कहावत को सच कर दिखाया!

Report By:
Monika