Aug 2, 2025
गेम की लत ने छीनी मासूम की जिंदगी: जन्मदिन के अगले दिन 13 साल के बच्चे ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
इंदौर में एक दिल दहला देने वाली घटना ने अभिभावकों को झकझोर कर रख दिया है। 13 साल के एक बच्चे ने अपने जन्मदिन के ठीक अगले दिन फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वजह थी ऑनलाइन गेम ‘फ्री-फायर’ में 2800 रुपये हारना और परिजनों की डांट का डर। बच्चे ने मां के डेबिट कार्ड से पैसे खर्च किए थे, जिसके बाद तनाव में उसने यह खौफनाक कदम उठाया। यह घटना बच्चों में मोबाइल की लत और भावनात्मक कमजोरी के खतरे को उजागर करती है।
जन्मदिन की खुशियां मातम में बदलीं
मध्य प्रदेश के इंदौर के अनुराग नगर में रहने वाला यह नाबालिग आठवीं कक्षा का छात्र था। गुरुवार रात वह अपने कमरे में फांसी के फंदे पर लटका मिला। सबसे पहले उसके बड़े भाई ने उसे इस हालत में देखा और परिजनों को सूचित किया। परिवार ने उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों के मुताबिक, बच्चे ने हाल ही में अपना जन्मदिन धूमधाम से मनाया था, लेकिन गेम में पैसे हारने का तनाव उस पर हावी हो गया।
गेम की लत और डर का घातक मिश्रण
जांच में पता चला कि बच्चा फ्री-फायर गेम का आदी था और उसने मां के डेबिट कार्ड को गेम से जोड़ रखा था। गेम में 2800 रुपये हारने के बाद उसने मां को इसकी जानकारी दी, लेकिन पिता की डांट के डर से वह सहम गया। जांच अधिकारी राजेश जैन ने बताया कि मां ने बच्चे को गेम खेलने और पढ़ाई पर ध्यान न देने के लिए डांटा था। इसके बाद मां अपने काम में व्यस्त हो गईं, और बच्चे ने अकेले में यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
अभिभावकों के लिए चेतावनी
यह घटना ऑनलाइन गेमिंग की लत के खतरों को दर्शाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों में भावनात्मक परिपक्वता की कमी और पारिवारिक संवाद का अभाव ऐसी त्रासदियों को जन्म देता है। अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे बच्चों के स्क्रीन टाइम पर नजर रखें और गलतियों पर डांटने के बजाय खुलकर बात करें। यह हादसा समाज को यह सोचने पर मजबूर करता है कि बच्चों को डिजिटल दुनिया के खतरों से कैसे बचाया जाए।