Jun 22, 2025
डोंगला मेरिडियन टाइम बनेगा दुनिया का नया जीएमटी, उज्जैन की वेधशाला बनेगी वैश्विक रिसर्च हब
उज्जैन के डोंगला गांव से विश्व समय की नई धारा बहने जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि डोंगला मेरिडियन टाइम को दुनिया के ग्रीनविच मीन टाइम (GMT) के विकल्प के रूप में विकसित किया जाएगा। वहीं, वराहमिहिर वेधशाला को अंतरराष्ट्रीय शोध केंद्र का दर्जा दिया जाएगा, जहां भारतीय खगोलशास्त्र पर वैश्विक वैज्ञानिक शोध करेंगे।
डोंगला: अब विश्व समय का नया केंद्र
उज्जैन सदियों से समय की गणना का केंद्र रहा है, लेकिन वैज्ञानिक बदलावों के कारण अब यह बिंदु 5,000 सालों में खिसक कर डोंगला पहुंच गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब डोंगला को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 'Meridian Time Zone' के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे भारत की कालगणना प्रणाली को वैश्विक मान्यता मिलेगी।
वराहमिहिर वेधशाला का होगा अंतरराष्ट्रीयकरण
डोंगला स्थित वराहमिहिर वेधशाला को हाईटेक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। इसका आधुनिकीकरण कर इसे विश्वस्तरीय रिसर्च हब बनाया जाएगा, जहां भारतीय ज्ञान परंपरा और खगोल विज्ञान पर अध्ययन करने दुनियाभर के वैज्ञानिक आएंगे।
वैज्ञानिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण डोंगला
मुख्यमंत्री ने कार्यशाला में बताया कि शंकु यंत्र से सूर्य की गति मापी जा सकती है। 27,500 साल में पृथ्वी का एक दोलन पूरा होता है, जिससे समय के केंद्र में बदलाव आता है। यही कारण है कि उज्जैन का ज्योतिषीय केंद्र अब डोंगला में स्थित हो गया है।
भारत देगा दुनिया को समय की नई दिशा
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की कालगणना परंपरा हजारों साल पुरानी है। अब वक्त आ गया है कि इसे दुनिया जाने और माने। डोंगला मेरिडियन टाइम को वैश्विक मान्यता दिलाने के लिए केंद्र सरकार से भी सहयोग लिया जाएगा।